*इस्लामी सवाल------ जवाब*

*______________________________________*
*_सवाल------ नहाने के लिए टप में पानी भरा फिर उस में कुछ गरम पानी मिलाया तो ह़रारत देखने के लिए मैंने उंगली डाल कर पानी चेक किया- मेरी बहन देख रही थी उसने कहा कि अब इस पानी से गुस्ल नहीं कर सकती तो क्या ये बात सही है?_*

*_जवाब----- अगर बगैर धोये हाथ या उंगली या नाखून या बदन का कोई हिस्सा जो वुज़ू में धोया जाता है पानी में बगैर धोये हुए पड़ जाए तो वह पानी वुज़ू और गुस्ल के लायक़ न रहा- इसी तरह जिस पर नहाना फर्ज़ है उसके जिस्म का कोई बे धुला हुआ हिस्सा पानी से छू जाये तो वह पानी वुज़ू और गुस्ल के काम न रहा और अगर धुला हुआ हाथ या बदन का कोई हिस्सा पड़ जाए तो हरज नहीं- अब अगर आप ने पहले हाथ धुल कर पानी में उंगली डाल कर चेक किया था तब तो उसी पानी से गुस्ल कर सकती हैं और अगर बगैर हाथ धुले पानी में उंगली डाल दिया था तो अब उस पानी से गुस्ल नहीं कर सकती कियोंकि वह पानी मुस्तामल हो गया_*

*📕बहारे शरीयत जिल्द 1 हिस्सा 2 सफह 333*
*📕फतावा रज़विया शरीफ जिल्द 2 सफह 43*
*_________________________*
*_सवाल----- मैं अक्सर बा वुज़ू रहती हूँ फिर उसी ह़ालत में जब खाने का वक्त आया तो मैंने भरे हुए टप में हाथ डाल कर हाथ धो लिए अब उस टप वाले पानी का क्या हुक्म है अब अगर उसी पानी से कोई वुज़ू करना चाहे तो कर सकता है कि नहीं_*

*_जवाब------ अगर हाथ धुला हुआ हो या आप ब वुज़ू हों या वैसे ही हाथ धुले हुए हैं मगर फिर धोने की नियत से और ये धोना सवाब का काम हो तो ये पानी मुस्तामल हो गया यानि वुज़ू के काम का न रहा- लिहाज़ा खाने के लिए हाथ धोने के लिए उसी बरतन में हाथ डालने से वह पानी मुस्तामल हो गया अब उस से वुज़ू नहीं कर सकते_*

*📕बहारे शरीयत जिल्द 1 हिस्सा 2 सफह 333*
*_________________________*
*_सवाल---- नहाने में बदन से पानी लग कर अगर बाल्टी में गिरे तो इस से पानी में कोई खराबी तो नहीं आती और गुस्ल हो जायेगा या नहीं?_*

*_जवाब----- अगर बदन पर कोई ज़ाहिरी नापाकी नहीं लगी है तो सिर्फ छीटों से पानी में कोई खराबी नहीं आयेगी- बहारे शरीयत में है कि मुस्तामल पानी अगर अच्छे पानी में मिल जाए यानि वुज़ू या गुस्ल करते वक्त क़तरे लोटे या टप में टपके तो अगर अच्छा पानी ज़्यादा है तो ये वुज़ू और गुस्ल के काम का रहा वरना सब बेकार हो गया_*

*📕बहारे शरीयत जिल्द 1 हिस्सा 2 सफह 334*
*📕फतावा रज़विया शरीफ जिल्द 2 सफह 220*
*_________________________*
*_सवाल----- मेरा एक छोटा नाबालिग बेटा है- जब मैं नमाज़ के लिए वुज़ू करती हूँ तो वह भी मेरे साथ वुज़ू करता है और अपना इस्तेमाल क्या हुआ पानी मेरे बरतन में डाल देता है तो क्या अब उस बरतन का पानी मुस्तामल हो गया या नहीं क्या मैं उस से वुज़ू कर सकती हूँ?_*

*_जवाब------ न समझ बच्चे ने वुज़ू क्या जिस तरह़ दो तीन साल के बच्चे माँ बाप को देखकर बतौरे नक़्ल व हिकायत नमाज़ व वुज़ू करने लगते हैं ये पानी मुस्तामल  न होगा- लिहाज़ा आप उस से वुज़ू कर सकती हैं,_*

*📕फतावा रज़विया शरीफ जिल्द 2 सफह 46*
*___________________________*
*_सवाल---- एक बडे़ बरतन में ज़्यादा पानी भरा हुआ था और एक छोटे बरतन से पानी निकाल रहे थे कि अचानक वह छोटा बरतन पानी में गिर गया अब और पानी भी मौजूद नहीं कि हाथ धोकर वह बरतन निकाल लें और न कोई वहाँ पर है तो क्या मजबूरी में मैं बगैर हाथ धुले निकाल सकता हूँ और निकालने से वह पानी मुस्तामल होगा या नहीं,_*

*_जवाब------ अगर कोई एसी सूरत हाल है कि कोई ब वुजू आदमी भी नहीं है और न ही कोई छोटा बरतन वगैरह है जिस से पानी निकाल सके तो अब मजबूरी में आप खुद पानी में हाथ डालकर निकाल सकते हैं पानी में कोई खराबी नहीं आयेगी_*

*📕बहारे शरीयत जिल्द 1 हिस्सा 2 सफह 333,*
*📕फतावा रज़विया शरीफ जिल्द 1 सफह 117*
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸

No comments:

Post a Comment

Ta'weez Pahenne Ka Saboot Sahaabi Aur Mohaddiseen Se..

1 - Jaam'e Tirmizi, Hadees No.3528 Tarjumah - "Rasoolullah ﷺ Ne Farmaaya Ke Jab Tum Me Se Koi Nee'nd Me Darr Jaaye To Yeh Du...